उत्तराखंड पर अगले 4 दिन और भारी, कुमाऊं से गढ़वाल तक छाए संकट के बादल; कहीं रेड तो कहीं ऑरेंज अलर्ट जारी
उत्तराखंड में अगले चार दिन अत्यधिक बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने कुमाऊं मंडल के लिए रेड और गढ़वाल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम निदेशक डॉ.बिक्रम सिंह ने गुरुवार को बताया कि 5 से 8 जुलाई तक भारी वर्षा के साथ पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। इस बीच, गुरुवार को प्रदेशभर में बादल जमकर बरसे। उत्तरकाशी में गोमुख ट्रैक पर पुलिया ढहने से दो कांवड़िए बह गए। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 48 सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है।
पौड़ी के स्कूल आज रहेंगे बंद : बारिश को देखते हुए पौड़ी जिले में शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्र सहित कक्षा एक से 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे। डीएम डॉ. आशीष चौहान ने यह आदेश किए हैं।
मालदेवता में 44.5 एमएम बारिश दर्ज की गई
देहरादून में गुरुवार को बादल आफत बनकर बरसे। शहर में गुरुवार शाम डेढ़ घंटे की मूसलाधार बारिश से जनजीवन पटरी से उतर गया। सड़कें जलमग्न हो गईं, कुछ देर के लिए ट्रैफिक थम गया। एक घंटे के भीतर 44 एमएम तक बारिश से कई इलाके जलमग्न हो गए और नदी-नाले उफान पर आ गए। मौसम विभाग के मुताबिक, मालदेवता में 44.5, जौलीग्रांट में 43.5 एमएम, मोहकमपुर में 41.1, देहरादून शहर में 39.5, यूकॉस्ट में 38.5, हाथीबड़कला में 21, आशारोड़ी में 25 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे पहले, दून में सुबह से दोपहर तक धूप खिली। इसके चलते अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो बुधवार के मुकाबले 3.6 डिग्री ज्यादा रहा। लेकिन, इसके बाद बारिश से तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से 48 सड़कें बंद चल रही हैं। पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट के अनुसार, राज्यभर में बारिश से कुल 145 सड़कें बंद हो गई थीं, जिसमें से 97 सड़कों को खोला जा चुका है, जबकि, 48 सड़कों को खोलने का प्रयास जारी है। पीडब्ल्यूडी के एचओडी डीके यादव ने बताया कि बंद सड़कें खोलने के लिए 45 जेसीबी तैनात हैं। बारिश से मुख्य रूप से दो राज्य मार्ग और चार जिला मार्ग बंद हैं।
देहरादून जिले में पांच सड़कें बंद : जिले में बारिश से पांच सड़कें बंद हैं। एक राज्य मार्ग और चार ग्रामीण सड़कें हैं। इन सड़कों में चकराता-लाखामंडल रोड, कार्लीगाड़-सरोना, बिरमऊ मोटरमार्ग, घुत्तु-गंधकपानी, बनियाना मार्ग शामिल हैं। यहां यातायात सुचारु कराने के लिए जेसीबी मौके पर लगाई गई हैं।
मॉनसून के बीच अब मसूरी में पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले वर्ष 15 जुलाई तक होटलों में अच्छी खासी बुकिंग थी। इस बार जुलाई पहले हफ्ते में बुकिंग में 70 फीसदी तक कमी आ गई है। मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने यह जानकारी दी।
मसूरी में हुई बारिश घना कोहरा भी छाया
मसूरी में बीती रात हुई बारिश के बाद गुरुवार सुबह मौसम सुहाना हो गया, लेकिन दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली और झमाझम बारिश शुरू हो गई। इसके बाद शहर में चारों ओर कोहरा छा गया। बारिश से दून-मसूरी मार्ग पर कई जगह पहाड़ी से मलबा गिरा। किमाड़ी रोड पर मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा।
देवप्रयाग। ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे देवप्रयाग के समीप धौलीधार में देर शाम साढ़े सात बजे मलबा आने से बंद हो गया। इससे बदरीनाथ, केदारनाथ, श्रीहेमकुंड साहिब से लौट रहे यात्रियों के वाहनों को देवप्रयाग से गजा चाका एवं श्रीनगर से मलेथा होकर ऋषिकेश की ओर डायवर्ट किया गया। देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल सिंह रावत ने बताया कि भारी बारिश के दौरान धौलीधार में मलबा आ गया था।
दून में अफसरों की छुट्टी पर 30 सितंबर तक रोक
मॉनसून को देख जिला-ब्लॉकस्तरीय अफसरों को 30 सितंबर तक छुट्टी नहीं मिलेगी। विशेष परिस्थितियों में मुख्यालय छोड़ने के लिए डीएम से अनुमति लेनी होगी। डीएम सोनिका ने आपदा में त्वरित राहत-बचाव कार्य के लिए एसडीएम, तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी और जरूरी सेवाओं से जुड़े पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, ऊर्जा निगम, जल संस्थान, जल निगम, नगर निकाय, जिला पंचायत, स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति, कृषि एवं उद्यान, पशुपालन अफसरों को अपने क्षेत्रों में पूरी तैयारियों के साथ उपलब्ध रहने के निर्देश दिए हैं।